बवासीर (पाइल्स)

आज की इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी में कई लोग बवासीर से पीड़ित हैं| बवासीर का मुख्य कारण अनियमित खानपान और कब्ज है| बवासीर में मलद्वार के आसपास की नसें सूज जाती है | यह दो तरह का होता है :
1. अंदरूनी बवासीर- इसमें सूजन को छुआ नहीं जा सकता है, लेकिन इसे महसूस किया जा सकता है|
2. बाहरी बवासीर- इसमें सूजन को बाहर से महसूस किया जा सकता है|
इसकी पहचान बहुत हीं आसान है| अगर आपको भी मल त्यागते वक्त बहुत दर्द होता है, मलद्वार से खून आता है या खुजली होती है, तो आपको बवासीर है| तो आइए कुछ घरेलू उपाय जानते हैं, जिनसे आप बवासीर से मुक्ति पा सकते हैं |
बवासीर का घरेलू इलाज :
- रेशेदार चीजें नियमित खाना शुरू कीजिए, इन्हें अपने दैनिक भोजन का एक आवश्यक अंग बना लीजिए| रोजाना ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें और इस बीमारी से निजात पाएं।
- प्राकृतिक रूप से पाइल्स को ठीक करने के लिये खूब पानी पीजिये। दिन में करीब 8-10 गिलास पानी जरुर पिये। इसके अलावा फ्रेश फ्रूट जूस और सब्जियों का सूप पीजिये।
- खाना समय से खाएँ|
- रात में 100 gram किशमिश पानी में फूलने के लिए छोड़ दें| और फिर सुबह में जिस पानी में किशमिश को फुलाया है, उसी पानी में किशमिश को मसलकर खाएँ| कुछ दिनों तक लगातार इसका उपयोग करना बवासीर में अत्यंत लाभ करता है |
- बवासीर का रोग ठीक करने में केला भी बडा़ लाभदायक साबित होता है। रोजाना खाना खाने के बाद या फिर सुबह खाली पेट केले का सेवन करें।
- 50 gram बड़ी इलायची लीजिए और इसे भून लीजिए| जब यह ठंडी हो जाए, तो इसे अच्छी तरह से पीस लीजिए| और फिर हर दिन सुबह खाली पेट में इसे कुछ दिनों तक नियमित पिएँ| यह आपको बहुत फायदा पहुंचाएगा |
- बवासीर के ऊपर अरंडी का तेल लगाने से राहत मिलती है|
- मसालेदार भोजन और आधा पका हुआ भोजन का सेवन बिल्कुल भी ना करें क्योंकि इससे कब्ज होता है। इसके अलावा शराब का सेवन करते हैं तो वो भी बंद कर दें।
- बवासीर के ऊपर अरंडी का तेल लगाने से राहत मिलती है |
- सिट्रस या खट्टे फल जैसे, नींबू, संतरा, मुसम्मी, चीज़, दही, सेब, और टमाटर पाइल्स को प्राकृतिक तरीके से ठीक करते हैं। इन्हें अपने आहार में जरुर शामिल करें।
- डेढ़ से दो लीटर मट्ठा लीजिए और इसमें 50 gram जीरा पाउडर और थोड़ा सा नमक मिला लीजिए| और जब-जब आपको प्यास लगे तो पानी की जगह इस मट्ठे को पिएँ| कुछ दिनों तक ऐसा करने से बवासीर का मस्सा कम हो जाता है |
- आम की गुठली के अंदर के भाग, और जामुन की गुठली के अंदर के भाग को सूखा लें| फिर इन दोनों का चूर बना लें| और फिर इस चूर को एक चम्मच हल्के गर्म पानी या मट्ठे के साथ कुछ दिन तक नियमित पिएँ| यह आपको लाभ पहुंचाएगा |
- रात को सोने से पहले पानी में अंजीर या खजूर को भिगोने के बाद सुबह खाली पेट इन्हें खा लें। इन दोनों में काफी फाइबर पाया जाता है जो कि पेट के हर रोग को ठीक कर देता है। इसके अलावा रोजाना एक्सरसाइज भी करें।