बिवाई (एड़ियां) फटना

अक्सर लोगों को फटे पैरों के कारण शर्मिंदा भी होना पड़ता ह| एड़ियां फटने के बाद उनकी देखभाल न की जाए तो खून निकलने लगता और बहुत दर्द होता है| आइए हम आपको फटे पैरों के लिए कुछ घरेलू उपचार के बारे में बताते हैं| अगर पैरों की देखभाल अच्छे तरीके से न किया जाए तो पैर फट जाते हैं| नंगे पैर चलने के कारण या फिर खून की कमी से पैर फटते हैं| अगर आप पैरों की सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं तो एड़ियां फट जाती हैं और उनमें दरारे आ जाती हैं| उसे बिवाई भी कहते हैं|
फटे पैरों के लिए घरेलू उपचार :
- त्रिफला चूर्ण को खाने के तेल में तलकर मलहम जैसा गाढ़ा कर लीजिए. रात में सोते वक्त इस पेस्ट को फटे पैरों पर लगा लीजिए. कुछ दिनों तक इस लेप को लगाने से फटी एड़ियां ठीक हो जाएंगी और पैर कोमल होंगे.
- पैरों को पानी से धोकर शुद्ध घी में जरा-सा नमक मिलाकर बिवाइयों में भर दे , रात भर रखें , शीघ्र ही लाभ होगा |
- ४० ग्राम टिल के तेल में ६० ग्राम मोम मिलाकर पकाइए | जब वह पकाने लगे, उसमें १० ग्राम राल पीसकर डाल दें , थोड़ी देर बाद आँच से उतार लें | इस मिश्रण को लेप के तौर पर बिवाइयों पर लगाये |
- कच्चा प्याज पीसकर एड़ियों पर बांधने से बिवाईयां ठीक हो जाती हैं.
- रात में सोने से पहले पैरों को अच्छी तरह से साफ कर लीजिए. उसके बाद कच्चे घी में बोरिक पाउडर मिलाकर दरारों में भर दीजिए. उसके बाद मोजे पहनकर सो जाइए. ऐसा 3-4 दिन करने पर फटी हुई एड़ियां ठीक हो जाएंगी.
- एड़ियों के फटने पर आम के कोमल और ताजे पत्तों को तोडने से निकलने वाले द्रव को घावों पर लगा दीजिए. ऐसा करने से बहुत जल्दी फायदा होता है और फटी एड़ियां ठीक हो जाती हैं.
- जब एड़ियां फट गई हो तो नंगे पैर जमीन पर चलने से परहेज करना चाहिए और पानी में ज्यादा देर तक पैरों को नहीं भिगोना चाहिए.