ह्रदय के रोग

दिल की कमजोरी, दिल का बैठना, ह्रदय की धड़कन अधिक होना,हृदय की जलन यह सब ह्रदय के रोग में आते है | इन रोगों को दूर करने के लिए निचे दिए हुए नुस्खों का उपयोग करें|

  • यदि आपने चार रोटी खानी हो, तो दो रोटी खाने के बाद आधा गिलास पानी में थोड़ा आँवले का रस डालकर पिएँ और फिर शेष दो रोटियां खाएँ | २१ दिन लगातार ये क्रिया करने से ह्रदय की दुर्बलता दूर हो जाती है |
  • सेब का मुरंबा ५० ग्राम की मात्रा में ले, चाँदी का वर्क लगाकर सुबह के वक्त सेवन करने से दिल की कमजोरी, दिल का बैठना आदि शिकायते दूर हो जाएंगी | यह नुस्खा १५ दिन तक सेवन करे |
  • कच्चे आलुओं का रस ह्रदय की जलन को तुरंत दूर कर देता है | मिश्री के साथ पकी हुई इमली का रस पीने से भी ह्रदय रोग की जलन मिट जाती है |
  • जिनके ह्रदय की धड़कन अधिक बढ़ी हुई हो, वो एक कच्चा प्याज नित्य भोजन के साथ खाएँ | इससे धड़कन सामान्य हो जाएगी तथा ह्रदय को शक्ति मिलेगी |
  • पिसा हुआ आँवला गाय के दूध के साथ पीने से हृदय से संबंधित सभी रोगों का निपटारा हो जाता है |
  • सुखा आँवला और मिश्री समान मात्रा में लेकर पिस ले | इसकी एक चम्मच फंकी रोजाना पानी के साथ लेने से ह्रदय के रोग दूर हो जाते है |
  • आंवले का मुरब्बा दूध से लेने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है तथा किसी प्रकार के हृदय-विकार  भी नहीं होते है |
  • १५ ग्राम शहद में दो केले मिलाकर खाने से हृदय के रोग दूर हो जाते है | लीची उत्तम स्वास्थ्य वर्धक है | यह हृदय को शक्ति प्रदान करती है |

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