होंठो का फटना

किसी को भी होंठो का फटना पसंद नहीं , परन्तु इसका इलाज काफी आसान है | अक्सर यह देखा जाता है की मौसम में परिवर्तन होने पर हमारे होंठ में दरार बनने लगता है | जिसके कारण होंठ में दर्द होता है साथ ही उसमे से खून भी निकलने लगता है | इस प्रकार की समस्याए सबसे अधिक ठंड के मौसम में होती है |ठंड के मौसम में हमारे वायुमंडल में नमी कम मात्रा में रहती है | जिसके कारण हमारे होंठो की नमी भी बार बार कम होने लगती है , इसी वजह से हमारे होंठ में दरारे पड़ने लगते है , और होंठ फट जाते है |
होंठ के फटने के कारण :
- होंठ में नमी की कम मात्रा
- ठंड मौसम के कारण
- शरीर में पानी की कमी
- विटामिन की कमी
- धुम्रपान करना
घरेलु उपाय :
- सर्दियों में होंठो का फटना यह शिकायत एक आम बात है | यदि आधा चम्मच दूध की मलाई में चुटकी भर हल्दी क बारीक़ चूर्ण मिलाकर होंठो पर मला जाए , तो यह शिकायत दूर हो जाती है |
- यदि शुष्क वायु से होंठ फट गए हों , तो रात को सोते समय शुद्ध सरसों क तेल या गुनगुने घी को नाभि में लगाए | शुष्क वायु के कारण होंठो पर पपड़ी जम जाने पर रात में सोने से पूर्व होंठो पर बादाम रोगन लगाकर सोए | इससे पपड़ी दूर होकर होंठ मुलायम हो जाएँगे तथा आगे पपड़ी भी नही जमेगी |
- प्रात: स्नान से पूर्व हथेली पर थोडा-सा मूंगफली क तेल लेकर अँगुली से हथेली में रगड़े | फिर होंठो पर इस तेल की मालिश करें | न होंठ फटेंगे और न ही उन पर पपड़ी जमेगी |
- देशी घी में नाममात्र का नमक मिलाकर होंठो और नाभि पर लगाने से होंठो का फटना बंद हो जाएगा |
- ग्लिसरीन लगाने से भी होंठो का फटना बंद हो जाता है |